राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक तांत्रिक ने 8 साल की बच्ची के साथ खुद को जिंदा जला लिया। घटना में दोनों की मौत हो गई। तांत्रिक ने इस तरह की घटना को अंजाम क्यों दिया? फिलहाल इस बात का पता नहीं लग सका है। घटना बाड़मेर के बाखासर थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह 10 बजे हुई।
सूजो का निवाण गांव में रहने वाले बच्ची के पिता रामचंद्र ने बताया कि उनकी बेटी अपनी ममेरी बहन के साथ घर से करीब आधा किलोमीटर दूर रिश्तेदार के घर गई हुई थी। वहां से लौटते समय तांत्रिक किस्तुराराम (40) ने जबर्दस्ती बच्ची का हाथ पकड़ लिया। इसके बाद वह पहले से चिता की तरह तैयार गड्ढे में कूद गया और दोनों को आग लगा ली।
परिजन के पहुंचने से पहले ही हुई मौत
बच्ची और तांत्रिक को जिंदा जलता देख उसकी ममेरी बहन ने परिजन को जानकारी दी। लेकिन जब तक परिजन मौके पर पहुंचे, तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।
आरोपी का दिमागी संतुलन ठीक नहीं था
तांत्रिक किस्तुराराम ने गड्ढे में घास-फूस भरकर चिता जैसी तैयारी कर रखी थी। पुलिस को तांत्रिक के घर पर भी उसी तरह गड्ढे में बनी चिता मिली है। स्थानीय लोगों से पूछताछ में पता चला है कि आरोपी का दिमागी संतुलन ठीक नहीं था। वह तंत्र-मंत्र भी करता था।
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via Chebli Mohamed
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